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लेखनी प्रतियोगिता -03-Jan-2023 मेरी डायरी

मेरी डायरी 


मेरी सुख दुख की साथी मेरी डायरी 
मेरी गीत गजल कविता मेरी शायरी 
अहसासों के मोतियों की माला है तू 
साहित्यिक भूख का निवाला है तू 
तू मेरी सखी, सहेली , मेरा प्यार है
रंजो गम के सागर में चैन ओ करार है 
हंसी में तू दर्द में तू तू ही हमसाया है 
तुझे हर वक्त मैंने दिल के करीब पाया है 
यादों के सुहाने सफर की साथी हो तुम
मेरी उम्मीदों के दीये की तुम बाती हो तुम
लेखन में एक पृथक पहचान दिलाई है तुमने 
"प्रतिलिपि" से "प्रथम" इनाम दिलाई है तुमने 
प्रियतमा की तरह तुम्हें हर राज पता है मेरा 
तेरी मुस्कान से कल और आज सजा है मेरा 
ईश्वर करे, तेरा मेरा साथ यूं ही बना रहे 
मेरे दिल पे तेरा मखमली हाथ यूं ही सदा रहे 

श्री हरि 
3.1.23 


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8 Comments

Sachin dev

04-Jan-2023 04:27 PM

Nice

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Raziya bano

04-Jan-2023 11:12 AM

Nice

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Abhinav ji

04-Jan-2023 08:21 AM

Very nice👍👍

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Hari Shanker Goyal "Hari"

04-Jan-2023 08:31 AM

धन्यवाद जी

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